
पाली रोहट ब्लॉक के वायद क्लस्टर में राजीविका और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के संयुक्त तत्वावधान में स्वयं सहायता समूह (SHG) शिविर का आयोजन किया गया।
आज दिनांक 19 फरवरी 2025 को इस शिविर में राजीविका के 35 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ऋण वितरित किया गया, जिसमें कुल ₹90 लाख की राशि स्वीकृत की गई। शिविर के दौरान 7 नए एसएचजी को ₹60 लाख की ऋण स्वीकृति पत्र सौंपे गए, जबकि 29 ऋणों को नवीनीकृत एवं बढ़ाया गया।
शिविर में राजीविका से जिला प्रबंधक (वित्त) श्री कल्याण सिंह राजपुरोहित ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) परियोजना की जानकारी दी और बताया कि यह योजना ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे वे स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त कर सकें। उन्होंने महिलाओं को इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
शिविर में SBI वायद के शाखा प्रबंधक श्री दीपक देवड़ा, मुख्य सहयोगी श्री शक्ति सिंह, पाली कोऑपरेटिव बैंक के शाखा प्रबंधक श्री धर्मेंद्र गहलोत, डिस्ट्रिक्ट लाइवलीहुड मैनेजर श्री बजरंग लाल मीणा, ब्लॉक परियोजना प्रबंधक श्रीमती सरिता कुमारी, वायद सीएलएफ पदाधिकारी, आरपीआरपी ललिता, क्लस्टर मैनेजर अंजू, जया जी लक्ष्मी, निकेश, पूजा, बैंक सखी प्रियंका और अकाउंटेंट गुड़िया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर श्री दीपक देवड़ा ने एसएचजी ऋणों के महत्त्व, समय पर भुगतान के फायदों और वित्तीय अनुशासन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने समझाया कि समय पर ऋण चुकाने से समूहों की क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत होती है, जिससे भविष्य में उन्हें अधिक वित्तीय सहायता और कम ब्याज दरों पर ऋण मिलने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने महिलाओं को समूह के माध्यम से उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्वरोजगार के नए अवसर तलाशने के लिए प्रेरित किया।
शिविर में महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और अपने छोटे व्यवसायों एवं उद्यमिता से जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा की। बैंक अधिकारियों ने उन्हें हरसंभव सहायता एवं मार्गदर्शन देने का आश्वासन दिया। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और राजीविका की यह पहल ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं वित्तीय समावेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ करेगी। कार्यक्रम के सफल समापन पर महिलाओं ने बैंक और राजीविका के प्रति आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे शिविरों के आयोजन की इच्छा व्यक्त की।